बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
तीर चीर कर जाए जलन हर पल रहे जो सीने में……
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
खता पता न हो और इलज़ाम है कि तय हो जाएँ….
बड़ा ही खलूस सा मिलता है ऐसे में सजा जीने में….
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
मौजों में उमंग इस कदर थी हमारी चाह की के…
उतर गए समंदर में हम छेद कर दिए सफ़ीने में….
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
ख्वाब की तरह बिखर गयी हक़ीक़त पल भर में मेरी….
इस कदर मदहोश रहा मैं हर पल जो तुझको जीने में…..
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
ऐसा न हो वो आएं और बदल जाए रंगत मेरी…..
सजा रखा है चेहरा बब्बू ने स्याही से बड़े करीने में….
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
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/सी. एम्. शर्मा (बब्बू)
घुट घुट के मरके जीने में भी लुत्फ़ उठा रहे हैं आप……………..अति सुंदर……………………….
दिल से बहुत बहुत आभार आपका………
वाह ! बब्बू जी बेहद सुंदर रचना l
दिल से बहुत बहुत आभार आपका………
अत्यन्त.सुन्दर….., मर्मस्पर्शी रचना शर्मा जी !!
तहदिल आभार आपका मीनाजी……
लाजवाब …………………..जबरदस्त शर्मा जी !!
तहदिल आभार आपका सर्वजीत जी………..
Very nice……..
दिल से बहुत बहुत आभार आपका………
जीने का अपना अपना अंदाज होता है यकीनन होना भी चाहिये……….ये अंदाज वास्तविक रूप में बहुत अनूठा है …………….बेहद खूबसूरत रचनात्मकता ………..अति सुन्दर बब्बू जी !!
बहुत बहुत आभार आपका अंदाज़ सराहने का……
Sir!!! Aapki kavitaon ka jawaab nahi… Bahut bahut bahut hi sundar?????
आप जैसे गुणीजन की संगत का असर है….बहुत बहुत आभार आपका…….
Complete madness in someone’s love has come out so very well. Beautiful……..
जी…बहुत बहुत आभार आपका मधुकर जी….
बड़ा ही लुत्फ़ है घुट घुट के मरके जीने में…
बहुत अच्छे…!
बहुत बहुत आभार आपका ….
har baar kuch naya hota apki rachano mein…..asse mein bada luft hai……….bahut badiya sir………
मनीजी…आप सब की रचनाएं पढ़ कर ही कोई विचार आ जाता….तो लिख देता…मेरा कुछ नहीं अपना…”कवी महोदय” में लिखा है मैंने…हा हा हा…. आभार आपका दिल से…..
क्या बात है……… बहुत ही बेहतरीन……. बहुत ही लाजवाब रचना
शर्मा जी ।
बहुत बहुत आभार दिल से काजल जी……
बेहद खूबसूरत………….अति सुन्दर बब्बू जी
तहदिल आभार आपका….मनोज जी……
बब्बू जी बहुत ही ख़ूबसूरत रचना है ,आप बधाई के पात्र hain
बहुत बहुत आभार आपका….दिल से….
अत्यन्त.सुन्दर…आदरणीय सादर
अत्यन्त.सुन्दर…आदरणीय सादर नमन
अभिषेक जी… आपके दिल का हमें पता है….आप जो भी कहते हैं हम समझते हैं…पुनः आभार….
अभिषेक जी…. बहुत बहुत स्वागत आपका दिल से….आभार…..
Very nice Sharmaji….
बहुत बहुत आभार…..अनुजी
Beautiful lines of expression…
बहुत बहुत आभार आपका रिंकीजी…..रचना नज़र करने का….आप और भी रचनाओं पे अपने प्रतिकिर्या देंगी तो बहुत अच्छा लगेगा…..
अद्वितीय !
बस मन को मदमस्त कर गयी l
गज़ब !
बधाई स्वीकार करें !
तहदिल आभार आनंदजी…आपकी प्रशंसा का…..आप जैसे गुणीजन को पसंद आ गयी बहुत बड़ी बात है…..