Homeसर्वजीत सिंहमदहोश – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए मदहोश – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए sarvajit singh सर्वजीत सिंह 11/08/2016 16 Comments मदहोश अपनी मस्त आँखों से पिला के उसने हमें मदहोश कर दिया ……………………. अब तड़पते हुए ढूंढ रहा हूँ उन आँखों को फिर से मदहोश होने के लिए ……………………. शायर : सर्वजीत सिंह sarvajitg@gmail.com Tweet Pin It Related Posts कामयाबी – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए धोखा – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए दीवाना – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए About The Author sarvajitg I am Producer, Director & lyrics writer. I have produce & direct many serials and written lyrics for many serials and a upcoming film. 16 Comments ANAND KUMAR 11/08/2016 mad-hosh……bahut khub sir. …. Reply sarvajit singh 11/08/2016 बहुत बहुत आभार ……………………………………… आनन्द !! Reply निवातियाँ डी. के. 11/08/2016 मदमस्त आँखों जैसा नशा कही नही……….बहुत खूबसूरत सर्वजीत जी । Reply sarvajit singh 11/08/2016 तहे दिल से शुक्रिया ………………………………….. निवातियाँ जी !! Reply अभिषेक शर्मा ""अभि"" 11/08/2016 बहुत खूबसूरत सर्वजीत जी । Reply sarvajit singh 11/08/2016 बहुत बहुत आभार ……………………………………… अभिषेक !! Reply Dr Chhote Lal Singh 12/08/2016 आप तो उत्साह के समंदर हैं न जाने कितने भाव आपके अंदर हैं Reply sarvajit singh 13/08/2016 बहुत बहुत आभार …………………………. लाल जी !! Reply babucm 12/08/2016 पहले से ही इतने मदहोश हैं सब….अब क्या टुन्न करोगे…हाहाहा….. वैसे आपकी मदहोशी में टुन्न होने का भी मजा है….. लाजवाब…….. Reply sarvajit singh 13/08/2016 मोहब्बत की मदहोशी का अलग ही मज़ा होता है ……………………….. तहे दिल से शुक्रिया शर्मा जी !! Reply Shishir "Madhukar" 12/08/2016 यह तो कभी ना छूटने वाला नशा है सर्वजीत . बहुत खूब Reply sarvajit singh 13/08/2016 बिलकुल ठीक फरमाया मधुकर जी ……………………….. बहुत बहुत शुक्रिया !! Reply शीतलेश थुल 12/08/2016 क्या बात है। क्या बात है। मदहोश कर दिया सिंह साहब आपने। Reply sarvajit singh 13/08/2016 बहुत बहुत आभार …………………………. शीतलेश जी !! Reply mani 12/08/2016 सर रहने दीजिये ज्यादा मदहोश होने को…………………हमें आपकी रचनाये पढ़ने को नहीं मिलेंगी फिर……हाहाहाहाहा Reply sarvajit singh 13/08/2016 फ़िक्र ना करो मनी मदहोश हो के मोहब्बत की शायरी और भी अच्छी लिखेंगे ………………… बहुत बहुत आभार आपका !! Reply Leave a Reply Cancel reply
mad-hosh……bahut khub sir. ….
बहुत बहुत आभार ……………………………………… आनन्द !!
मदमस्त आँखों जैसा नशा कही नही……….बहुत खूबसूरत सर्वजीत जी ।
तहे दिल से शुक्रिया ………………………………….. निवातियाँ जी !!
बहुत खूबसूरत सर्वजीत जी ।
बहुत बहुत आभार ……………………………………… अभिषेक !!
आप तो उत्साह के समंदर हैं
न जाने कितने भाव आपके अंदर हैं
बहुत बहुत आभार …………………………. लाल जी !!
पहले से ही इतने मदहोश हैं सब….अब क्या टुन्न करोगे…हाहाहा….. वैसे आपकी मदहोशी में टुन्न होने का भी मजा है….. लाजवाब……..
मोहब्बत की मदहोशी का अलग ही मज़ा होता है ……………………….. तहे दिल से शुक्रिया शर्मा जी !!
यह तो कभी ना छूटने वाला नशा है सर्वजीत . बहुत खूब
बिलकुल ठीक फरमाया मधुकर जी ……………………….. बहुत बहुत शुक्रिया !!
क्या बात है। क्या बात है। मदहोश कर दिया सिंह साहब आपने।
बहुत बहुत आभार …………………………. शीतलेश जी !!
सर रहने दीजिये ज्यादा मदहोश होने को…………………हमें आपकी रचनाये पढ़ने को नहीं मिलेंगी फिर……हाहाहाहाहा
फ़िक्र ना करो मनी मदहोश हो के मोहब्बत की शायरी और भी अच्छी लिखेंगे ………………… बहुत बहुत आभार आपका !!