पहले तो सभी को तहे दिल ईद मुबारक………….एक गुजारिश है आप सभी से आज ये दुआ जरूर करना अमन चैन और इंसानियत का माहौल बने, हर किसी के चेहरे पर सकूँ हो दिल में प्यार हो |
चाहे कुछ भी हो आज मैँ भी ईद मनाऊंगा,
सर झुकाकर इबादत कर मैँ अल्लाह की आऊंगा,
कोई कुछ भी कहे, मस्जिद मैँ भी जाऊंगा,
क्या फर्क तेरे मेरे धर्म में हर हाल पूछ मैँ आऊंगा ?
वही सकून है तेरे दर पर, जो मेरे गुरु घर में,
हर उलझन अपने की दिल सुलझाउँगा,
तू भी नेकी, कर्म, इंसानियत का पाठ पढ़ाए,
मेरे गुरु की बानी मुझे यही कुछ सिखलाये,
फिर क्यों खून बह रहा ? क्यों जल रहे आशियाने ?
मिलूंगा तुझसे मैँ, जलती इंसानियत का हाल बताऊंगा,
तेरी सेवइयां,मेरी माँ की हाथो की सेवइयों जैसी मीठी,
क्या फर्क है बताना मुझे, मैँ तुझे भी खिलाऊंगा,
दिलशाद, सलीम, सलमान, बचपन के साथी मेरे,
गले मिल उनको ईद मुबारक कह आऊंगा,
मिट्ट जाये सरहद की लकीरे, महजब की दीवारे,
काश कही हो जाये ऐसा, शायद तब कही सकु से रह पाउँगा,
चाहे कुछ भी हो………………….
अति सुन्दर रचना……………काश ! ऐसा होता, सब हँसते कोई ना रोता. शांति होती आतंक ना होता. रमजान में कत्लेआम ना होता.
जी विजय अगर ऐसा हो जाये तो कितना अच्छा हो………….तहे दिल से आभार विजय जी
बहुत खूब मनी जी इन्सानियत ही सर्वोपरि है ।
आपने सही कहा आनंद जी………………..बहुत बहुत आभार आपका
Aisa hi ho……Mani bhai…..behad ji khoobsoorat bhaavon se bhari….kamaal…
तहे दिल से शुक्रिया सी एम शर्मा जी आपके इस प्यार के लिए
बहुत अच्छे मनी……..
जिस दिन ऐसी विचारधारा प्रत्येक मनुष्य के ह्रदय में अपना स्थान बना लेगी
जन्नत यही इसी जमीं पर उस दिन नजर आने लगेगी !!!
जल्दी से ये दिन आ जाये…………………….बहुत बहुत शुक्रिया निवातियाँ जी आपका
खूबसूरत भाव …………
तहे दिल से शुक्रिया शिशिर जी आपके इस सरहाना के लिए
सर्वधर्म समभाव की भावना पर आधारित रचना !
बहुत बहुत शुक्रिया मीना जी आपका
ईद प्यार मोहब्बत का और नेकी का संदेश देती है पर कुछ शातिराना लोग इसे मजहबी बना देते है, आपने रचना में जो भाव दर्शाए है उन्हें मै सलाम करता हूँ….!
आपके कहे ये शब्द मेरे लिए किसी इनाम से काम नहीं………….शुक्रिया सुरेन्द्र जी
ईद मनाओ मनी बहुत बहुत मुबारक हो, अगर ऐसे भाव हर किसी के दिल में हो जाये तो फिर इस दुनिया में मोहब्बत ही मोहब्बत हो जायेगी …………………. बहुत ही बढ़िया मनी !!
आपको भी सर्वजीत जी ईद मुबारक,……………………..बहुत बहुत शुक्रिया इस उत्साहवर्धन प्रतिक्रया के लिए
lovely poetry mani ji l Id Mubarak
thanks rajiv ji…………id mubarak