हम सब कवि मित्रों की प्रायः एक विचित्र बीमारी है
जिसके आगे नतमस्तक हो कर सारी दुनियाँ हारी है
इनकी रचनाओं को अगर भोला श्रोता मिल जाता है
पेट भरे पर भी फ़िर ये उसको कविता पान कराता है
कुछ को तो एक राष्ट्र कवि बन जाने के सपने आते है
कोई कोई तो अपने को फिल्मों में भी लिखता पाते हैं
अपनी रचनाओं पर तो सब दाद खुश हो के लें लेते हैं
औरों की कविताओं पर कोई बात को ना वो कहते हैं
एक बार अगर कुछ को आयोजक कविता पढ़ने देते है
फ़िर तो भैया औरों को वो आसानी से चढ़ने ना देते है
सबकी कविताओं का संदेश कुछ इस तरह से फैला हो
औरों को भी जगह मिलें व सहित्य का सर ना मैला हो.
शिशिर मधुकर
एक दम सत्य वचन ..
रचना पढ़ने के लिए धन्यवाद शिवदत्त जी
Shishir सर महत्वाकांक्षा इन्सान को विरासत में मिलती है और कवि इन्सान होने के नाते उससे संभवतः निकल नहीं पाता।। मानव मन की दुर्बलता कवि पर भी हावी हो जाती है।। आपने समश्या और समाधान दोंनो रखने की कोशिश की है।। आपको साधुवाद।।।।।
प्रतिक्रिया के लिए आभार सुरेंद्र
कविओं के दिलों का हाल बयाँ करती आपकी रचना …………… बहुत अच्छे मधुकर जी !!
प्रतिक्रिया के लिए आभार सर्वजीत
कला सदैव प्रशंसा की पात्र होती है। कला को मलिन करना कला का अंग नहीं है। और कवि तो शब्दों के साथ खेल करने के लिए सदा ही प्रसिद्ध रहेंगे।
Abha, Your observation is very true. Thanks for commenting.
हा हा हा…..आप सच में बहुत बड़े सर्जन हैं ….कमाल करते हैं हर बार ही…अप्रतिम….
Thanks Babbu Ji for your hilarious comment.
बहुत अच्छे शिशिर जी …….!
यह रचना वास्तिविक रूप में उनको समर्पित और सीख देती नजर आती है जो आकांक्षा अनुरूप स्वंय तो प्रत्येक से प्रशंशा के पात्र होते है अपितु अन्यत्र को पढ़ने या प्रतक्रिया व्यक्त करने में असहजता महसूस करते है ….!!
इस विषय पर मेरी एक रचना शीर्षक “कवी महोदय” प्रकशित की थी समस्त कविजनो से अनुरोध करना चाहूंगा की उसको नजर कर अपने विचार प्रस्तुत करे !!
बहुत बहुत धन्यवाद !!
thanks Nivatiya Ji for your detailed comment. I’ll certainly read the work and get back to you .
Nivatiya Ji I had already commented on the original work. You had seen this problem much earlier.
I know very well Shishir ji…….I am Asking to our all respected Writer to read this work Because I want to share it to all with the fact that more and more people try to understand! & share their valuable comment to on this important point.
Thanks once again for your valuable comment.