Homeघाघखेत में पैदावार की कहावतें खेत में पैदावार की कहावतें राजेन्द्र यादव घाघ 10/01/2012 No Comments रोहिनी जो बरसै नहीं, बरसे जेठा मूर। एक बूंद स्वाती पड़ै, लागै तीनिउ नूर।। {यदि रोहिनी में वर्षा न हो पर ज्येष्ठा और मूल नक्षत्र बरस जाए तथा स्वाती नक्षत्र में भी कुछ बूंदे पड़ जाएं तो तीनों अन्न (जौ, गेहूं, और चना) अच्छा होगा।} Tweet Pin It Related Posts सुकाल वर्षा की कहावतें खेत में बोवाई की कहावतें About The Author राजेन्द्र यादव Leave a Reply Cancel reply