Homeरिंकी राउतअपनी भाषा अपनी भाषा Rinki Raut रिंकी राउत 15/09/2018 8 Comments हिन्दी भाषा को बोलने में लज्जाते शर्म करते विदेशी बोली की गुलामी बजाते शरमाते वो तिरस्कार मिले उसे जो बोले हिंदी भाषा को गुलामी शौक अंग्रेजी बतियाते नाज़ करते सम्मान करो देश महान करो भाषा अपनी हिंदी महान हिन्दुतान की शान हिंदी महान रिंकी Tweet Pin It Related Posts “प्यार” मिट्टी का दीया आतंकवाद About The Author Rinki Raut लिखना मेरे लिए साधना जैसा है एक गहराई जिसमे डूब जाने के बाद मान से थकान,घुटन,सुख और दुःख जैसे विचार का कोई मतलब नहीं रह जाता लिखते समय मैं अपने शब्दों के साथ बिना बंधन,शौर और अपने -आप में खोई दुनिया से अलग संसार में जीने लगती हूँ 8 Comments Bhawana Kumari 15/09/2018 सुंदर हाइकु Reply Rinki Raut 17/09/2018 Bhavan ji , thanks Reply Shishir "Madhukar" 16/09/2018 Sundar Srijan…… Reply Rinki Raut 17/09/2018 शिशिर जी बहुत धन्यवाद Reply davendra87 16/09/2018 हाइकू विधा में हिंदी भाषा पर बहुत खूबसूरत सृजन। Reply Rinki Raut 17/09/2018 धन्यवाद देवेन्द्र जी Reply डी. के. निवातिया 17/09/2018 हाइकू लेखन में अच्छा प्रयास ……………और बेहतर कर सकते थे ! Reply Rinki Raut 18/09/2018 Thanks, I will try my best Reply Leave a Reply Cancel reply
सुंदर हाइकु
Bhavan ji , thanks
Sundar Srijan……
शिशिर जी बहुत धन्यवाद
हाइकू विधा में हिंदी भाषा पर बहुत खूबसूरत सृजन।
धन्यवाद देवेन्द्र जी
हाइकू लेखन में अच्छा प्रयास ……………और बेहतर कर सकते थे !
Thanks, I will try my best