फैला है जग में भय का अंधियारा
कहां ओझल हुआ है उजियारा
क्यों फिरता है मनुज मारा-मारा
क्यों हारता जाता है सर्वहारा
सत्कर्म कर मानवता को जीत दिलाएं
दीप पर्व पर हम सब ‘अमन दीप’ जलाएं
पसरा है आतंक विश्वभर में
कौन सुरक्षित है अपने घर में
मौन क्यों है यह जग सारा
‘आतंक का अंत’ बनाएं लक्ष्य हमारा
जवाब दें करारा, आतंकी बौखलाएं
दीप पर्व पर हम सब ‘अमन दीप’ जलाएं
क्यों है इनको इतना अभिमान
क्यों मनुज बन रहा हैवान
सर्वत्र फैलाएं अमन का सन्देश
आतंक समाप्त कर बने समृध्द यह देश
लिखे ‘गोपी’ अभिनव रचनाएं
दीप पर्व पर हम सब ‘अमन दीप’ जलाएं
रामगोपाल सांखला ‘गोपी’
बहुत सूंदर. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
धन्यवाद, शुभ दीपावली ।
अति सुन्दर……..दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें….
बहुत ही बढ़िया …………………………….. गोपी जी !!
Bahut badiya happy diwali.
ख़ूबसूरत रचना के लिए बधाई.
Anti sundar ,,,, Happy Diwali
बहुत खुबसूरत………आपको .दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये ।
Ati sundar ……Samsaamyiktaa samete bhadiya rachnaa ……