भारत की आन बान शान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
पिता की फटकार, मां का दुलार
दोस्त की दोस्ती, बहिना का प्यार
बच्चों के चेहरों की मुस्कान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
गीत संगीत मनमीत की भाषा
सुखद जीवन की अभिलाषा
सा रे गा मा पा की तान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
सरहद पर सैनिक दुश्मन से लोहा लेता है
देशवासियों को अहिर्निश सुरक्षा देता है
अमर शहीदों का गुणगान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
इंटरनेट और तकनीक में भी स्थान पाती
देश-विदेश में ख्याति बढती जाती
अब तो उन्मुक्त आसमान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
काव्य कहानी नाट्य एकांकी संस्मरण
हर विधा में होता सदैव हिंदी स्मरण
विश्वपटल पर साहित्य की खान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
आशा-विश्वास सुख-दु:ख की अभिव्यक्ति
ज्ञान-विज्ञान मन-वचन-कर्म की शक्ति
हम सब का अभिमान है हिन्दी
राष्ट्र-धर्म की पहचान है हिन्दी
-रामगोपाल सांखला ‘गोपी’
very nice…
बहुत बहुत आभार अनुजी
विश्व हिंदी दिवस की शुभकामनाओं के साथ भाषा की उज्ज्वलता के लिए किये जा रहे प्रयासों की तहे दिल से सराहना करता हूँ.
आपकी हौंसला अफजाई के लिए बहुत बहुत आभार वी0के0 सिंह जी
हिन्दी साहित्य काव्य जगत की शुभकामना।
बहुत बहुत आभार Bindu Ji
भाषा जीवन का एक अभिन्न अंग है …………….इस परिपेक्ष्य में हिंदी को उस मुकाम पर पहुंचाने का सन्देश देती सुंदर रचनामकता ………..हिंदी दिवस की बधाई हो !!
आपका बहुत बहुत आभार धर्मेन्द्र जी
bahut sundar rachna………….
Thanks Sharma Ji
Behad sundar rachnaa………
आपकी सराहना लिखने के लिए प्रेरित करती है मधुकर जी
बहुत बहुत साधुवाद