II छंद – भुजंगप्रयात II
नमो देव भोले नमो देवनाथं I
नमो शंकरा सर्व भूताधिवासं II
नमो शूलपाणी विरूपाक्ष रूद्रं I
नमो अंबिकानाथ पादार्विन्दं II
(नमन करता हूँ मैं उस शिव को जो भोले हैं जो देवों के नाथ हैं…नमन करता हूँ मैं उस शंकर को जो सब का भला करते हैं सब में निवास करते हैं….नमन मेरा त्रिशूल धारी विचित्र आँख वाले (तीन नेत्र वाले) रूद्र को….नमन मेरा गौरी…अम्बिका नाथ को जिनके चरण कमल जैसे हैं….)
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/सी. एम्. शर्मा (बब्बू)
(भुजंगप्रयात छंद (यमाता यमाता यमाता यमाता या १२२ १२२ १२२ १२२) में लिखी जाने वाली छंद है…यहाँ तक जानता हूँ….श्री रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित ‘रुद्राष्टकम’ ही प्रेरणास्रोत है मेरा इस छंद को लिखने का…)
Bahut khoob. Saahityik maapdandhon me bhi aapka jawaab nahin Babbu Ji. Is kshetr me hame aapse bahut kuch seekhnaa hain.
तहदिल आभार आपका…….ऊर्जा प्रदान करती प्रतिकिर्या का……दरअसल मैं खाली घड़ा हूँ…आप जैसे गुणीजनों से सीख रहा हूँ….
Jai ho …itana sundar shlok likha hai aapane .Pooja me shamil karane yogy . Aap se bahut kuchh sikhane ko milta hai
जय हो…..आपके भावों ने मन आह्लादित कर दिया…..भगवान् का नाम तो हर रूप में अपने आप में ही पूजा समान है…तहदिल आभार आपका मीनाजी…..
बहुत उम्दा बब्बू जी ………….आप विलक्षणी प्रतिभा के धनि है…….किसी भी विधा में बंधकर शिल्पकारी करना इतना आसान नहीं होता ……….उसके लिए समय देने के साथ साथ भाषा ज्ञान और व्याकरण संबंधी बोध भी अनिवार्य होता है……जिसका प्रमाण आप समय समय पर देते रहते है . आपकी यही शैली हमे आपका मुरीद बनाती है ………!!
निवातियाजी…आपकी ऊर्जा प्रदान करती…..ह्रदय को सुकून देती प्रतिकिर्या का हार्दिक अभिनन्दन….दिल की गहराईओं से आभार……सच तो ये है की हम आपके मुरीद हैं….आपकी फूंक के इंतज़ार में कब कलम हमारी को लगे…हाहाहाहा…..
Bahut sunder bhav purn stuti ….shiv Shankar bhole nath ki bandana ..wah Kya bat Hai .
तहदिल आभार आपका…….ऊर्जा प्रदान करती प्रतिकिर्या का……Sharmaji…
Ati sundar bhav Babbu JI , Boole Nath ke Prati shradha bhav ko mera naman .bahut Achha likhte hain aap
मैडमजी….आप सब से यहाँ जो सीखता हूँ वही ढालने की कोशिश करता हूँ कलम में…आप को पसंद आयी….दिल से आभार…..
वाह क्या बात है
सुंदर ……………..
तहदिल आभार आपका…….Shashikantji…..
ॐ नमः शिवाय
बहुत सूंदर रचना.
तहदिल आभार आपका…….Vijayji….
Bahut hi sundar….Sharmaji….
तहदिल आभार आपका…….Anuji….
bhut gajab likha sir apne………….
तहदिल आभार आपका……Madhuji…..